भाग्य

भाग्य इस दुनिया के किसी भी असफल आदमी से आप पूछ लें कि वह असफल क्यों हुआ तो वह यही कहेगा, सफलता पाने के लिए किश्मत या भाग्य का होना जरूरी है। मेरी किश्मत में नहीं लिखा था इसलिए मैं सफल नहीं हो पाया, या मैं वो चीजें हासिल नहीं कर पाया। इस दुनिया में भाग्य नाम की कोई चीज है भी या नहीं! इस विवादपूर्ण सवाल में मैं नहीं फंसना चाहता लेकिन जो व्यक्ति सही दिशा में कड़ी मेहनत कर रहा है, वह आज नहीं तो कल जरूर सफल होगा। यह सिर्फ और सिर्फ उसी के ऊपर निर्भर करता है कि वह सफल होना चाहता है या हारकर बैठना। भाग्यवादी नजरिये के लोग अपनी सफलता और असफलता दोनों के लिए भाग्य या अपनी किश्मत को ही क्रेडिट देते हैं। उनके मन में ऐसा बैठ चुका होता है कि वे चाहे लाख कोशिश क्यों न कर लें, उनके साथ वही होगा जो उनकी किश्मत में लिखा होगा। इसलिए ऐसी सोच वाले लोग कभी भी को...