Posts

Showing posts from October, 2020

समस्याओं से संघर्ष

Image
                                  समस्याओं से संघर्ष   हर मनुष्य सफल होना चाहता है और सफलता के लिए जरूरी है समस्याओं से संघर्ष। समस्याओंरूपी चुनौतियों का सामना करने, उन्हें सुलझाने में जीवन का उसका अपना अर्थ छिपा हुआ है। समस्याएं तो एक दुधारी तलवार होती हैं, वे हमारे साहस, हमारी बुद्धिमत्ता को ललकारती हैं और दूसरे शब्दों में वे हम में साहस और बुद्धिमानी का सृजन भी करती हैं। मनुष्य की तमाम प्रगति, उसकी सारी उपलब्धियों के मूल में समस्याएं ही हैं। यदि जीवन में समस्याएं नहीं हों तो शायद हमारा जीवन नीरस ही नहीं, जड़ भी हो जाए। किसी ने सटीक कहा है कि-   हर मुश्किल के पत्थर को बनाकर सीढ़ियां अपनी, जो मंजिल पर पहुंच जाए उसे 'इंसान' कहते हैं। बाबा आमटे ने भी एक जगह लिखा है- 'समस्याओं को आगे बढ़कर गले लगाइए, उसी तरह जैसे कोई जवां मर्द बैल से डरकर भागता नहीं, आगे बढ़कर उसके सींग पकड़ता है, उससे जूझता है, उस पर काबू करता है। हम सब में ऐसा ही उत्साह, ऐसी ही ललक, ऐसी ही बुद्धि होनी चाहिए, समस्याओं से जूझने के लि...

मनुष्य का कर्म

Image
                                                        मनुष्य का कर्म  कर्म शब्द व्यापक अर्थ को रखता है। कर्म करने से शरीर स्वस्थ रहता है। दुनिया में आए है तो जीना ही पड़ेगा और जीने के लिए रोटी कपड़ा मकान अनिवार्य हैं। और इनकी पूर्ति के लिए कर्म करना अत्यावश्यक है।  सफल तो हर कोई होना चाहता है लेकिन सफलता के लिए कड़ी मेहनत ही एकमात्र विकल्प है यदि आप कड़ी मेहनत करना जानते है तो आपको सफल होने से कोई रोक भी नही सकता है जैसा की धर्म ग्रंथो में भी लिखा गया है मनुष्य जन्म में कर्म हमेसा प्रधान होता है यानी हमे फल ओर परिणाम की चिंता किये बिना अपना कार्य करते रहना चाहिए तभी हमारा जीवन सफल हो सकता है. कर्म के बिना जीवन अर्थहीन होता हैं  कर्म ही मनुष्य को सफलता, सम्मान, यश और कीर्ति प्रदान करता हैं. 1 – सफलता कोई अकस्मात घटना नही होती है बल्कि यह लगातार अनवरत कठिन कार्यो का परिणाम होता है 2 – सपने किसी जादू से सच नही होते बल्कि यह कठिन मेहनत...

सकारात्मक

Image
                             सकारात्मक कहते हैं कि शब्दों में बहुत ताकत होती है। अगर आप पॉजिटिव बोलेंगे- सोचेंगे तो होगा भी वैसा ही। पॉजिटिव लोगों के साथ रहने से हमारे आस- पास पॉजिटिव किरणें बनी रहती हैं। दरअसल हमारे पास दो तरह के बीज होते हैं, सकारात्मक विचार (positive thoughts ) और नकारात्मक विचार (Negative Thoughts), जो आगे चलकर हमारे नजरिये और व्यवहार रूपी पेड़ का निर्धारण करते हैं। हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही बन जाते हैं। इसलिए कहा जाता है कि जैसे हमारे विचार होते हैं, वैसा ही हमारा आचरण होता है। हमारे विचारों पर हमारा स्वयं का नियंत्रण होता है इसलिए यह हमें ही तय करना होता है कि हमें सकारात्मक सोचना है या नकारात्मक। यह पूरी तरह से हम पर निर्भर करता है कि हम अपने दिमाग रूपी जमीन में कौन- सा बीज बोना चाहते हैं। थोड़ी सी समझदारी से हम कांटेदार पेड़ को महकते फूलों के पेड़ में बदल सकते हैं। अगर आपको अपने जीवन में सफल होना है तो आपको आज से ही अपनी सोच सकारात्मक बनानी होगी। यहां मैं  आपके साथ महान लोगों के द्वारा...

जीवन क्या है

Image
                     जीवन क्या है विलियम शेक्सपियर ( William Shakespeare ) ने कहा था कि जिंदगी एक रंगमंच है और हम लोग इस रंगमंच के कलाकार | सभी लोग जीवन (Life) को अपने- अपने नजरिये से देखते हैकोई कहता है जीवन एक खेल है (Life is a game), कोई कहता है जीवन ईश्वर का दिया हुआ उपहार है (Life is a gift), कोई कहता है जीवन एक यात्रा है (Life is a journey), कोई कहता है जीवन एक दौड़ है (Life is a race) और बहुत कुछ मनुष्य का जीवन एक प्रकार का खेल है – Life is a Game  और मनुष्य इस खेल का मुख्य खिलाडी| यह खेल मनुष्य को हर पल खेलना पड़ता है| इस खेल का नाम है “Game of Thoughts (विचारों का खेल)”| इस खेल में मनुष्य को दुश्मनों से बचकर रहना पड़ता है| मनुष्य अपने दुश्मनों से तब तक नहीं बच सकता जब तक मनुष्य के मित्र उसके साथ नहीं है| मनुष्य का सबसे बड़ा मित्र “विचार (thoughts)” है, और उसका सबसे बड़ा दुश्मन भी विचार (Thoughts) ही है|   मनुष्य के मित्रों को सकारात्मक विचार (Positive Thoughts) कहते है और मनुष्य के दुश्मनों को नकारात्मक विचार (Negativ...